NIPUN Bharat Mission:- सरकार द्वारा जनता को लाभ व सुविधा प्रदान करने के लिए समय समय पर नई नई योजनाएं शुरू की जाती है इसी क्रम में भारत सरकार द्वारा 5 जुलाई 2021 को निपुण भारत मिशन की शुरुआत की गई है जिसके तहत नई शिक्षा नीति को लागू किया जाएगा जिसके माध्यम से शिक्षा में गुणवत्ता और पारदर्शिता लाई जाएगी बच्चों को बेसिक शिक्षा प्रदान की जाएगी योजना के तहत छात्र छात्राओं के माता पिता को भी जागरूक किया जाएगा जिससे देश के सभी बच्चे शिक्षित हो सके और अपने भविष्य को उज्ज्वल बना सकेआज के इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको निपुण भारत मिशन 2024 से संबंधित सभी प्रकार की जानकारियां प्रदान करेंगे इसलिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें.
NIPUN Bharat mission का फुल फॉर्म क्या है
NIPUN भारत मिशन का फुल फॉर्म National Initiative for Proficiency in Reading with Understanding & Numeracy होता है.
NIPUN Bharat Mission Kya Hai 2024
स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के माध्यम सेदेश के बच्चों को बुनियादी शिक्षा प्रदान करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा निपुण भारत मिशन की शुरुआत की गई है जिसके तहत कक्षा 3 से लेकर कक्षा 6 तक के बच्चों को सही ज्ञान और मार्गदर्शन प्रदान किया जाएगा उन्हें पढ़ने, लिखने और सीखने से संबंधित सभी चीजें अच्छी तरह से पढ़ाई जाएंगी जिससे सही उम्र में उनका विकास हो सके निपुण योजना के माध्यम से विद्यार्थियों में शिक्षा की नींव को मजबूत बनाने के लिए स्कूली शिक्षा कार्यक्रम चलाए जाएंगे जोकि पांच स्तरों में सम्पन्न होंगे.
निपुण भारत मिशन डिटेल्स
योजना का नाम | निपुण भारत मिशन |
किसने शुरू की | केंद्र सरकार ने |
कब शुरू हुई | 5 जुलाई 2021 |
सम्बन्धित मंत्रालय | केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय |
उद्देश्यकक्षा | 3-6 तक के बच्चों को आधारभूत साक्षरता, संख्यात्मकता का ज्ञान प्रदान करना |
लाभार्थी | देश के छात्र एवं छात्राएं |
निपुण भारत मिशन का कार्यान्वय
शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग के द्वारा निपुण भारत मिशन का कार्यान्वयन किया जाएगा जिसके तहत कार्यों पर नजर रखने के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा निपुण भारत मिशन के तहत 3 वर्ष से 9 वर्ष तक के बच्चों को बुनियादी शिक्षा और साक्षरता प्रदान करने के लिए राज्यों और केंद्रशासित राज्यों में शैक्षणिक कार्यक्रम चलाए जाएंगे शिक्षा की गुणवत्ता और पारदर्शिता पर ध्यान रखा जाएगा जिससे शिक्षा की नींव को मजबूत बनाया जा सके इस योजना को सरकारी और प्राइवेट दोनों प्रकार के विद्यालयों में लागू किया जाएगा.
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निपुण भारत मिशन का प्रशासनिक संचरण
- निपुण भारत मिशन के तहत पांच स्तरों में प्रशासनिक संचरण होगा.
- राष्ट्रीय स्तर पर निपुण भारत मिशन का संचालन स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा किया जाएगा.
- वहीं राज्य स्तर पर स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा निपुण भारत मिशन का प्रशासनिक संचरण किया जाएगा जिसके लिए स्टेट रिपेयरिंग कमेटी गठित की जाएगी.
- निपुण भारत मिशन को डिस्ट्रिक्ट लेवल पर डिप्टी मजिस्ट्रेट और डिप्टी कमिश्नर द्वारा संचालित किया जाएगा.
- ब्लॉक स्तर पर एजुकेशन ऑफिसर और ब्लॉक रिसोर्सेज पर्सन द्वारा निपुण भारत मिशन का संचालन किया जाएगा.
- शिक्षा अभियान द्वारा निपुण भारत मिशन का संचालन स्कूल और कम्युनिटी स्तर पर किया जाएगा जिसमें अभिभावकों और समाज को शिक्षा में बदलाव के लिए जागरूक किया जाएगा.
निपुण भारत मिशन के भाग
- परिचय
- मूलभूत संख्यात्मक और गणित कौशल
- स्कूल की तैयारी
- लर्निंग असेसमेंट
- मूलभूत भाषा और साक्षरता की समझ
- माता पिता एवं समुदाय जुडाव
- शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया/शिक्षक की भूमिका
- मिशन की स्थिरता
- शिक्षा और सीखना,बच्चों की क्षमता और विकास पर ध्यानदेना
- मिशन की सामरिक योजना
- योग्यता आधारित शिक्षा की ओर स्थानांतरण
- निगरानी और सूचना प्रद्योगिकी ढांचा
- अनुसन्धान मूल्यांकन एवं दस्तावेजीकरण की आवश्यता
- राष्ट्रीय मिशन पहलू एवं दृष्टिकोण
- मिशन कार्यान्वयन में विभिन्न हितग्राहियों की भूमिका
- SCERT और DIET के माध्यम से शैक्षणिक साहित्य
- डिजिटल संसाधनों का भंडार
निपुण भारत मिशन के हितधारक
- सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन
- मुख्य शिक्षक, प्राइवेट स्कूल
- राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश
- सिविल सोसायटी ऑर्गेनाइजेशन
- नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग
- डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर एंड ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर
- गैर सरकारी संगठन
- कम्युनिटी एंड पेरेंट्स
- सेंट्रल स्कूल ऑर्गेनाइजेशन
- डिस्ट्रिक्ट इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड ट्रेनिंग
- स्टेट काउंसिल ऑफ एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेनिंग
- ब्लॉक रिसर्च सेंटरएंड क्लस्टर रिसोर्स सेंटर
आधारभूत साक्षरता तथा संख्यात्मकता के प्रकार
- लेखन
- मौखिक भाषा का विकास
- मौखिक पठन प्रवाह
- डीकोडिंग
- शब्दावली
- प्रिंट के बारे में उदाहरण
- ध्वनियात्मक जागरूकता
- कल्चर ऑफ रीडिंग
- रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन
मूलभूत भाषा एवं साक्षरता के प्रमुख घटक
- रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन
- प्रिंट के बारे में अवधारणा
- ध्वनियात्मक जागरूकता
- मौखिक भाषा का विकास
- पढ़ने का प्रभाव
- शब्दावली
- डीकोडिंग
- लेखन
मूलभूत संख्यात्मकता और गणित कौशल
- नंबर एंड ऑपरेशन ऑन नंबर
- पूर्व संख्या अवधारणाएं
- गणितीय तकनीकें
- मापन
- आकर एवं स्थानिक समझ
- पैटर्न
भाषा और साक्षरता विकास को बढ़ाने के उपाय
- शेयर ट्रेडिग
- पिक्चर रीडिंग
- अनुभव साझा करना
- एक प्रिंट समृद्ध वातावरण बनाना
- ड्रामा और रोल प्ले
- अनुभव आधारित लेखन
- मिड डे मील
- कहानियाँ एवं कविताएं सुनाना बताना और लिखना
- ऊंचे स्वर में पढ़ना
- सॉन्ग एंड राइम्स
- कक्षा की दीवारों का उपयोग करता
मूलभूत संख्यात्मक और गणित कौशल
- एकल वस्तु एवं वस्तुओं के समूह के बीच संबंध स्थापित करने की क्षमता
- मात्रा की समझ
- संख्या की तुलना करना
- कम या ज्यादा एवं छोटा या बड़ा की समझ विकसित करना
- मात्राओं का प्रतिनिधित्व करने वाली प्रतिक्रियाओं का उपयोग करना
प्रारंभिक गणित कौशल की आवश्यकता
- विद्यार्थियों द्वारा संख्या और स्थानीक समझ का दैनिक जीवन में उपयोग किया जा सकता है
- जीवन के तार्किक सोच और तर्क को विकसित करना
- आधारभूत संख्यात्मकता का रोजगार एवं घरेलू स्तर पर योगदान
- प्रारंभिक वर्षों के दौरान गणितीय कौशल महत्वपूर्ण होता है
प्रारंभिक गणित के प्रमुख घटक
- नंबर एंड ऑपरेशन ऑन नंबर
- फ्री नंबर अवधारणा
- आकार एवं स्थानिक समझ
- डाटा संचारण
- मापतोल
- गणित संचार
- पैटर्न