IAS Officer किसको सस्पेंड कर सकता है?

आप में से बहुत सारे स्टूडेंट्स के मन में सवाल आता है कि एक आईएएस ऑफिसर पर काम करने वाले व्यक्ति किन किन अधिकारियों को सस्पेंड कर सकता है किन अधिकारियों की सैलरी को रोक सकता है और इनके पास क्या क्या पावर होती है तो अगर आप भी इसका जवाब जानना चाहते हैं तो IAS Officer किसको सस्पेंड कर सकता है? को पूरा पढि़ए क्योंकि आज इस आर्टिकल में हम आपको आईएएस ऑफिसर की पावर के बारे में पूरी जानकारी देंगे.

एक आईएएस ऑफिसर क्या क्या कर सकता है उसके पास कितनी पॉवर होती है?

अपनी सर्विस के टाइम में एक आईएएस ऑफिसर की पोस्टिंग है अलग अलग पदों पर होती है लेकिन सबसे ज्यादा पावर इन्हें DM के पद पर मिलती है डीएम जिन्हें डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट, डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर, जिला अधिकारी के नाम से भी जानते हैं इनकी पावर का अंदाजा आप इससे लगा सकते हैं कि सरकारी अधिकारियों में एक जिले के अंतर्गत इनके पास सबसे ज्यादा पावर होती है उस पूरे जिले को संभालने का काम यही करते है उस जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने से लेकर सभी कार्यों की जिम्मेदारी डीएम की ही होती है डीएम की मंजूरी के बिना जिले में कोई आदेश लागू नहीं होता, किसी भी कार्य के लिए सबसे पहले डीएम की ही परमिशन लेनी पड़ती है, इनके पास इतनी पावर होती है कि ये कभी भी किसी भी टाइम किसी भी विभाग में जाकर वहाँ के कार्यों की जिम्मेदारी वहाँ के कार्यों से रिलेटेड जानकारी ले सकते हैं, अगर वहाँ पर कोई गड़बड़ी पाई जाती है किसी तरह का घपले की आशंका लगती है तो डीएम वहाँ पर अधिकारियों को सस्पेंड कर सकते हैं, उनके खिलाफ़ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं, डीएम के पास जिले के अंतर्गत ग्रुप C, ग्रुप D के अंतर्गत आने वाले सभी सरकारी अधिकारियों को सस्पेंड करने तक की पावर होती है.

डीएम किसी भी सरकारी अधिकारी को उसकी कहीं पर गलती पाए जाने पर या किसी तरह का घपला फ्रॉड करने पर ही सस्पेंड कर सकता है, बिना किसी गलती के किसी भी सरकारी अधिकारी को डीएम सस्पेंड नहीं कर सकता, उसे सी तरह की हानि नहीं पहुंचा सकता, डीएम नायब   तहसीलदार, प्रभारी तहसीलदार, पटवारी, कानूनगो, एसडीएम, पेशगार, बाबू तक को सस्पेंड कर सकता है इसके अलावा VDO, BDO, ग्राम पंचायत सचिव, स्वास्थ्य विभाग में जो हेड क्लर्क होते है, नर्सिंग ऑफिसर्स और बाकी जो सरकारी नर्स डॉक्टर्स होते हैं उन्हें भी सस्पेंड कर सकता है, उनकी तनख्वाह तक को रोक सकता है, इसी तरह शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारियों को भी सरकारी अध्यापक, आंगनवाडी परवेक्षक आदि को भी निलंबित कर सकता है और यही नहीं अगर डीएम को लगता है कि पुलिस विभाग में कोई अधिकारी कोई गलत काम कर रहा है तो वह एसपी को बोलकर कॉन्स्टेबल से लेकर इंस्पेक्टर तक के ऑफिसर्स को भी लाइन हाजिर करवा सकता है, इसके अलावा अगर जिले में कोई प्राइवेट संस्था, प्राइवेट कंपनी या कोई और तरह का कार्य चल रहा है जहाँ पर कोई इल्लीगल कार्य होता है, टैक्स की चोरी वहाँ पर हो रही है, या किसी तरह का अवैध काम वहाँ पर चल रहा है, तो डीएम उन्हें भी बंद करवा सकता है उनके खिलाफ़ जांच के आदेश दे सकता है.

इसके अलावा भी अगर आपके आसपास कोई सरकारी अधिकारी किसी तरह का कोई गलत काम कर रहा है, रिश्वत वगैरह ले रहा है, या कोई किसी तरह का अवैध काम आपके यहाँ पर चल रहा है तो आप उनकी शिकायत भी डीएम के यहाँ पर कर सकते हैं, जिससे कि डीएम के कहने पर उनकी जांच तभी से शुरू हो जाएगी इतनी बार एक डीएम के पास एक आईएएस ऑफिसर के पास होती है.

आईएएस ऑफिसर बनने के लिए क्या करना होगा?

एक आईएएस ऑफिसर की पॉवर को देखते हुए ही तो यूपीएससी की तैयारी करने वाले ज्यादातर अभ्यार्थी डीएम ही बनने का सपना देखते हैं आपकी जानकारी के लिए बता दें कि डीएम, आईएएस, इंडियन एडमिनिस्ट्रेटिव सर्विस के अंतर्गत आने वाली एक सर्विस हैं और आईएएस ऑफिसर बनने के लिए यूपीएससी का सर्विस एग्जाम पास करना होता है सिविल सर्विस एग्जाम पास करना भी इतना आसान नहीं होता इसके लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है तब जाकर 100 में से एक कैंडिडेट इस एग्जाम को पास कर पाता है फिर आईएएस बनने के बाद कैंडिडेट सबसे पहले एसडीएम या एसडीओ बनते हैं जिसके 4 साल के बाद प्रमोशन होने पर ADM बनते हैं फिर उसके लगभग 9 साल के बाद कहीं जाकर प्रमोशन होने पर डीएम बन पाते है डीएम को 80,000 से ₹1,50,000 प्रतिमाह के लगभग वेतन मिल जाता है इसके साथ ही एक सरकारी बंगला, गाड़ी, नौकर चाकर, सिक्योरिटी गार्ड आदि इस तरह की बहुत सी सुविधाएं भी मिलती है.

तो आज इस आर्टिकल में हमने आपको आईएएस ऑफिसर के पावर के बारे में पूरी जानकारी दी है अगर आपको इससे रिलेटेड कोई और जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं.

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