IFS को मिलने वाली पावर और सुख सुविधाएं क्या है?

आप सभी लोग आईएएस, आईपीएस पद के बारे में तो जानते ही होंगे और इन्हें कौन सी सुख सुविधाएँ मिलती है ये भी आपको पता होगा लेकिन आज हम आपको जिस ऑफिसर के बारे में बताएंगे उनकी पॉवर आईएएस, आईपीएस से कम नहीं होती और उन्हें मिलने वाली सुख सुविधाएं और वेतन आईएएस, आईपीएस ऑफिसर से भी ज्यादा होती है जिसे जानकर आप हक्के बक्के रह जाएंगे जी हाँ वो पद है आईएफएस ऑफिसर का, तो अगर आप भी आईएफएस ऑफिसर की पॉवर और सुख सुविधाओं के बारे में पूरी इनफार्मेशन लेना चाहते है तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़िए क्युकी आज इस आर्टिकल में हम आपको आईएफएस ऑफिसर की पॉवर, सैलरी और इनको मिलने वाली सुख सुविधाओं के बारे में पूरी जानकारी देंगे.

आईएफएस ऑफिसर के पास क्या पॉवर होती है और इन्हें कौन कौन सी सुख सुविधाएँ मिलती हैं?

आईएफएस ऑफिसर जिन्हें हिंदी में भारतीय विदेश सेवा अधिकारी कहते हैं यह पद भी बहुत महत्वपूर्ण और रुतबे वाला होता है भारत में इनकी ड्यूटी दिल्ली में विदेश मंत्रालय में जबकी विदेशों में भारतीय दूतावासों में लगती है सभी देशों में अलग अलग देशों के दूतावास होते हैं तो भारत के जो अलग अलग देशों में दूतावास है वहाँ पर अलग अलग आईएफएस ऑफिसर को तैनात किया जाता है आईएफएस ऑफिसर उस देश में भारत को रिप्रिजेंट करने का काम करते हैं उस देश से होने वाले आयात निर्यात और उस देश से भारत के संबंधों को मजबूत करने का इनका मुख्य काम होता है जब भी हमारे देश के प्रधानमंत्री को राष्ट्रपति को कोई भी किसी भी तरह की बात कोई भी समझौता दूसरे देशों के साथ करना होता है तो उस बात को आईएफएस ऑफिसर के द्वारा ही दूसरे देशों तक पहुंचाया जाता है.

एक तरह से कहा जाए तो आईएफएस ऑफिसर किसी भी दूसरे देश के साथ संपर्क का पहला बिंदु होते हैं इसके अलावा उस देश में रह रहे भारतीयों की सुरक्षा, और उनके राष्ट्रीय हितों की रक्षा, उस देश में होने वाली घटनाओं, और डेवलपमेंट के बारे में समय समय पर भारत को रिपोर्ट भेजना, और जब भी उस देश में किसी भारतीय नेता को जाना होता है तो वहाँ पर उनके सभी अरेन्जमेंट देखने की जिम्मेदारी तक आईएफएस ऑफिसर की होती है अब इतनी पावर और जिम्मेदारियां एक आईएफएस ऑफिसर के पास होती है तो इससे आप एक अंदाजा लगा सकते है कि इन्हें वेतन कितना ज्यादा मिलता होगा.

आईएफएस ऑफिसर को कितना वेतन मिलता है?

एक आईएफएस ऑफिसर का वेतन आईएएस और आईपीएस से भी ज्यादा होता है क्योंकि इन्हें वेतन के साथ साथ विदेशी भत्ता भी दिया जाता है जब ये विदेश में तैनात हो रही है तो इन्हें प्रतिमाह 2 लाख से 2.50 लाख रूपये तक वेतन मिलता है.

आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए क्या करना पड़ता है?

आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए यूपीएससी का एग्जाम पास करना होता है जो कि भारत का सबसे मुश्किल सरकारी एग्जाम होता है जिसके लिए कैंडिडेट्स का किसी भी विषय से ग्रेजुएशन पास होना जरूरी है इसके लिए उम्र का कुछ क्राइटेरिया होता है जैसे जनरल कैटगरी वाले सिर्फ 21 से 32 साल के बीच सिर्फ 6 बार ही इस एग्जाम को दे सकते हैं ओबीसी वाले 21 से 35 साल के बीच केवल 9 बार जबकी एससी एसटी वालों के लिए कोई लिमिट नहीं होती 21 से 37 साल के बीच वे जितनी बार चाहें इस एग्जाम को दे सकते हैं.

यूपीएससी के एग्जाम में पहले प्रारंभिक परीक्षा होती है फिर मुख्य परीक्षा होती है जो इन्हें पास कर लेता है उसे फिर इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है यूपीएससी का प्रोसेस और इसका सिलेबस काफी लंबा है यूपीएससी क्लियर करने के बाद कैंडिडेट की रैंक और उस साल जितनी भी वेकैंसीज़ निकली होती है उनके हिसाब से सभी कैंडिडेट को अलग अलग पद दिए जाते हैं उसके बाद सभी कैंडिडेट की ट्रेनिंग शुरू हो जाती है आईएफएस ऑफिसर की ट्रेनिंग बाकी सभी सिविल सर्विस में सबसे चुनौतीपूर्ण और लंबे समय तक चलती है ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इस सर्विस में जाने से पहले आईएफएस ऑफिसर को एक नई विदेशी भाषा सीखनी जरूरी होती है इनकी लबासना में 15 सप्ताह सुषमा स्वराज इंस्टिट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस में 12 महीने की ट्रेनिंग होती है.

जिसके बाद सर्विसेज़ में जाने से पहले एक अनिवार्य विदेशी भाषा के लिए ट्रेनिंग दी जाती है जिसके बाद उन्हें सबसे पहला पद थर्ड सेक्रेटरी का मिलता है उसके बाद इनकी पोस्टिंग सेकंड सेक्रेटरी के रूप में भी होती है उसके लगभग 6 साल की सर्विसेज के बाद इनका प्रमोशन फर्स्ट सेक्रेटरी के रूप में होता है और इस तरह समय दर समय इनका प्रमोशन होता रहता है और राजदूत के पद तक भी एक ऑफिसर पहुँच सकते हैं इन्हें भारत सरकार के द्वारा बेहतरीन सुख सुविधाएं प्रदान कराई जाती है क्योंकि यह उस देश में भारत का चेहरा होते हैं जिस कारण भारत सरकार के द्वारा इन पर भरपूर पैसा खर्च किया जाता है जिस भी देश में इनकी पोस्टिंग होती है.

इनकी पूरी सुरक्षा की जिम्मेदारी उसी देश की होती है जिस कारण इन्हें हाई सिक्योरिटी दी जाती है इनके पास लग्जरी गाड़ी होती है इसका नंबर आइएनडी वन होता है और जिस पर भारत का झंडा लगा होता है इन्हें रहने के लिए अलग से ही उसी देश में एक 3 बीएचके दिया जाता है जिसमें सभी तरह की सुख सुविधाएं होती है और जिसका खर्च भारत सरकार के द्वारा उठाया जाता है तो इस तरह की लग्जरी लाइफ आईएफएस ऑफिसर जीते हैं.

तो आज इस आर्टिकल में हमने आपको आईएफएस ऑफिसर को मिलने वाली सुविधाएं और पावर से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है अगर आपको इससे रिलेटेड या किसी अन्य टॉपिक से रिलेटेड कोई और जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं.

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