आप में से बहुत सारे स्टूडेंट्स को नहीं पता होता है कि SO और CO में क्या डिफरेंस है क्योंकि पुलिस में कई सारे अलग-अलग पद होते हैं और इन्हीं पदों में से होते हैं सीईओ का पद और एसओ का पद, तो अगर आपको भी पता नहीं है कि सीओ और एसओ में अंतर क्या होता है तो आइए आज इस आर्टिकल में हम आपको बताएंगे एसओ और सीओ में क्या अंतर होता है और दोनों में से किसके पास ज्यादा पावर होती है तो अगर आप इसके बारे में पूरी जानकारी चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़िए।
सीओ और एसओ में क्या अंतर होता है?
CO का पूरा नाम सर्किल ऑफिसर होता है और SO का पूरा स्टेशन ऑफिसर होता है सीओ डीएसपी रैंक का अधिकारी होता है जिनके कंधे पर तीन स्टार लगे होते हैं जबकि एसओ सब इंस्पेक्टर रैंक का अधिकारी होता है जिनके कंधे पर दो स्टार लगे होते हैं एक तहसील के अंतर्गत आने वाले सभी पुलिस थाने CO के अंडर कार्य करते हैं जबकि SO केवल एक पुलिस चौकी का कार्य बाहर सम्भालता है सर्किल ऑफिसर पुलिस इन्सपेक्टर से प्रमोशन होने पर या सीधे State PSC का एग्जाम देकर बन सकते हैं जबकि स्टेशन ऑफिसर (SO) पुलिस सब इंस्पेक्टर के पद पर कार्य करने वाले कैंडिडेट को ही बनाया जाता है.
सीओ और एसओ बनने के लिए योग्यता क्या होनी है?
सीओ ऑफिसर बनने के लिए और एसओ ऑफिसर बनने के लिए कैंडिडेट का ग्रेजुएशन पास होना जरूरी होता है अगर आप ग्रेजुएशन पास है तो आप इन पदों के लिए आवदेन कर सकते हैं.
सीओ और एसओ को सैलरी कितनी दी जाती है?
सीओ ऑफिसर को प्रतिमाह 65,000 से 78,000 रूपये तो एसओ ऑफिसर को प्रतिमाह 45,000 से ₹60,000 के लगभग वेतन मिलता है.
सीओ और एसओ में क्या अंतर होता है?
सीओ ऑफिसर की अंडर में जहाँ 4 से 5 पुलिस थाने आते हैं जबकि एसओ ऑफिसर के अंडर में केवल एक पुलिस थाना आता है जिसका वह कार्यभार संभालता है तो इस हिसाब से CO ऑफिसर की पावर SO ऑफिसर से ज्यादा होती है.
तो आज इस आर्टिकल में हमने आपको CO और SO में क्या अंतर होता है इससे रिलेटेड पूरी जानकारी दी है अगर आपको इससे रिलेटेड कोई सवाल है कोई समस्या है या आप किसी अन्य टॉपिक के बारे में जानकारी लेना चाहते हैं तो आप हमें कमेंट में बता सकते हैं.
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