पावर इंजीनियरिंग क्या है और पावर इंजीनियरिंग कैसे बने?

आज हम आपको पावर इंजीनियरिंग और पावर इंजीनियर बनने के बारे में सभी महत्वपूर्ण जानकारियां देंगे जो आपके लिए बहुत जरूरी हैं और प्राफिटेबल है और साथ ही आपको यह भी बताएंगे कि आप एक पावर इंजीनियर कैसे बन सकते हैं तो आइए आज हम आपको पावर इंजीनियर के बारे में पूरी जानकारी देते हैं.

पावर इंजीनियरिंग क्या होती है?

पावर इंजीनियरिंग एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग का एक उप-क्षेत्र है और इसे पावर सिस्टम इंजीनियरिंग  भी कहते हैं और यह विधुत शक्ति के उत्पादन, ट्रांसमिशन, वितरण और उपयोग से सम्बन्धित है और यह विधुत उपकरणों के डिजाइन और विकास से भी जुड़ा हुआ है जिनका उपयोग विधुत शक्ति के उत्पादन और उपयोग के लिए किया जाता है.

इसलिए, ट्रांसफार्मर जैसे विजली के उपकरणों के उत्पादन, वितरण, डिजाइन और विकास में शामिल कम्पनियों में पावर इंजीनियरिंग प्रोफेसनल्स की मांग है तो अगर आप पावर इंजीनियरिंग बनना चाहते हैं तो आपको एक पावर इंजीनियरिंग प्रोफेसनल या पावर इंजीनियर के बारे में पता होना जरूरी है.

पावर इंजीनियर कौन होता है?

एक पावर इंजीनियर किसी विल्डिंग इंडस्ट्रीयल, पावर प्लांट या इंजन रूम में सभी मेकेनिकल सिस्टम के मेन्टेन्स, रिपेयर और ऑपरेशन का इंचार्ज हो सकता है और जो कि इन सिस्टम पर काम करता है डीजल इंजन्स, टरबाइंस, जेनरेटर्स, बायलर्स एन्ड स्ट्रीम सिस्टम, हीटिंग वेंटिलेटिंग एन्ड एयर कंडीशनिंग सिस्टम, विल्डिंग आटोमेशन सिस्टम, पम्पस टाइपिंग और कंप्रेस्ड गैस सिस्टम और रेफ्रीजिरेशन और इलेक्ट्रिकल सिस्टम आदि हैं.

पावर इंजीनियर बनने के लिए स्टूडेंट्स में कौन कौन सी स्किल्स का होना जरूरी है?

एक पावर इंजीनियरिंग बनने के लिए कैंडिडेट में इन स्किल्स का होना जरूरी होता है-

  • टाइम मैनेजमेंट स्किल्स
  • प्रोब्लम साल्विंग स्किल्स
  • लीडरशिप स्किल्स
  • प्रोजेक्ट मैनेजमेंट स्किल्स
  • कम्युनिकेशन स्किल्स
  • मल्टी टास्किंग स्किल्स
  • आर्गेनाइजेशन स्किल्स और
  • कन्टेम्पररी टेक्नोलॉजी की टेक्निकल स्किल्स इत्यादि.

पावर इंजीनियर बनने के लिए स्टूडेंट्स कौन से कोर्स कर सकते हैं?

स्टूडेंट्स पावर इंजीनियरिंग कोर्स के द्वारा पावर इंडस्ट्री में मशीन्स के उपयोग के साथ ही पावर कैसे जेनरेट होती है और कौन कौन से इक्युपमेन्ट्स उपयोग होते हैं और किस तरह निजी डिस्ट्रीब्यूट होते हैं और ये सभी चीजें सीखते हैं ऐसे बहुत सारे इंस्टीट्यूट है जो पावर इंजीनियरिंग कोर्सेस ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट लेवल पर करवाते हैं और इनमें से कुछ इंस्टीट्यूट डिप्लोमा कोर्सेस भी ऑफर करते हैं और ये कोर्स आप आसानी से कर सकते हैं.

पावर इंजीनियरिंग कोर्स करने के लिए क्राइटेरिया क्या है?

पावर इंजीनियरिंग डिप्लोमा कोर्स करने के लिए स्टूडेंट्स के पास इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बीटेक डिग्री होनी चाहिए और पावर इंजीनियरिंग कोर्स इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग ग्रेजुएट कोर्स का एक पार्ट है और लेकिन कुछ इंस्टीट्यूट इसे सेपरेट प्रोग्राम की तरह भी ऑफर करवाते हैं और इस 4 साल की ड्यूरेशन के अंडर ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन के लिए आपको फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स विषय से 12 पास होना जरूरी होगा.

इस कोर्स में एडमिशन के लिए आपको एंट्रेंस टेस्ट क्लियर करना होता है जैसे-

  • आईआईटी जेईई यानि जाइंट एंट्रेंस एग्जामिनेशन
  • SMRJEEE यानि एसआरएम यूनिवर्सिटी जाइंट इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम
  • विरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस एडमिशन टेस्ट और
  • वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम आदि, इन एक्जाम को क्लियर करके आप इस कोर्स में एडमिशन ले सकते हैं.

पावर इंजीनियरिंग अंडर ग्रेजुएट कोर्स ऑफर करने वाले इंडिया के टाप इंस्टीट्यूट कौन-कौन से हैं?

  • आईआईटी दिल्ली (जहां से आप बीटेक इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग पावर की डिग्री ले सकते हैं)
  • जीजीएसआईपीयू दिल्ली (जहां से आप बैचलर ऑफ वोकेशनल इन पावर डिस्ट्रीब्यूशन मैनेजमेंट का कोर्स कर सकते हैं)
  • एनटीपीटीआई दिल्ली और अदर कैंपसेस (जहां से आप बीटेक और पीजीडीसी इन पावर इंजीनियरिंग कर सकते हैं)

इसके अलावा और भी बहुत सारे इंस्टिट्यूट हैं जहाँ से आप इस कोर्स को पूरा कर सकते हैं इस कोर्स को करने के लिए लगभग ₹2,30,000 से ₹9,00,000 तक की फीस लगती है बाकी आपकी फीस आपके कॉलेज पर डिपेंड करेगी

यूजी कोर्स पूरा करने के बाद आप पीजी कोर्स को भी कर सकते हैं इस 2 साल की ड्यूरेशन के पोस्ट ग्रैजुएट कोर्स करने के लिए आपको स्कूल रिलेवेंट फील्ड में बैचलर डिग्री पूरी करनी पड़ेगी और इस कोर्स में एडमिशन के लिए आपको बैजु एट एप्टिट्यूड टेस्ट इन इंजीनियरिंग यानी की (GATE) और सीयूएसएटी यानी कोचिंग यूनिवर्सिटी ऑफ साइन्स एंड टेक्नोलॉजी स्टेशन ट्रैन से एग्जाम क्लियर करने पड़ेगा.

एमटेक कोर्स करने के लिए बेस्ट कॉलेज

  • नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी ट्रीची
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनीरिंग साइन्स एंड टेक्नोलॉजी शिवपुर
  • इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी गुवाहाटी
  • भारतीय कॉलेज ऑफ इंजीनीरिंग पुडुचेरी
  • भारत इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनीरिंग एंड टेक्नोलॉजी रंगारेड्डी
  • एमिटी स्कूल ऑफ इंजीनीरिंग एंड टेक्नोलॉजी नोएडा
  • एएमसी इंजीनियरिंग कॉलेज बैंगलोर
  • दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी दिल्ली

अगर आप इस कोर्स को इन कॉलेज से करते हैं तो आपकी 55,000 से ₹2,50,000 तक की फीस पड़ेगी.

पावर इंजीनियरिंग का सिलेबस क्या होता है?

पॉवर इंजीनियर के सिलेबस में पावर जेनरेशन, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, पावर प्लांट मेंटेनेंस पावर प्लांट ऑपरेशन डिवाइसेज़ इसके बारे में पढ़ाया जाता है और पावर इंजीनियरिंग कोर्स के स्टैंडर्ड कैरिकुलम ने इन सभी सब्जेक्ट के बारे में स्टडी कराया जाता है

  • लोड डिस्पैच एंड रेगुलेटरी इश्यू
  • स्टोरी ऑफ मशीन्स
  • पावर सिस्टम्स
  • इलेक्ट्रिकल मशीन्स
  • सिविल व्रोक्स इन पावर इंजीनियरिंग
  • पावर सिस्टम्स एनालिसिस एंड स्टेबिलिटी
  • स्टीम टरबाइन एंड इट्स ऑक्जीलरी
  • पावर डिस्ट्रीब्यूशन एंड यूटिलाइजेशन आदि

पावर इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स के लिए जॉब प्रोफाइल क्या होती है?

अगर आप पावर इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स है तो आपके पास ये सभी ऑप्शंस होते हैं

  • डिजाइन इंजीनियर
  • सर्किट इंजीनियर
  • पावर प्लांट मेंटेनेंस इंजीनियर
  • पावर प्लांट ऑपरेशन्स इंजीनियर
  • प्रोजेक्ट इंजीनियर
  • टेस्ट इंजीनियर
  • पावर सिस्टम इंजीनियर
  • इंस्ट्रूमेंटेशन एंड इलेक्ट्रिकल इंजीनियर
  • इलेक्ट्रिकल प्रोजेक्ट इंजीनियर आदि.

पावर इंजीनियरिंग का स्कोप क्या है?

आज पावर इंजीनियरिंग प्रोफेसनल की डिमांड इंडिया में न केवल बनी रहेगी बल्कि इंडिया की ग्रेटेस्ट डिमांड में से एक भी बन जाएंगी क्योंकि जिस तरीके से इलेक्ट्रिसिटी की डिमांड बढ़ती जा रही है और टेक्नोलॉजीज में एडवान्स्मेन्ट आ रहा है पावर इंजीनियर के लिए स्कोप और डिमांड दोनों बढे हैं और फिर पावर प्रोडक्शन में प्राइवेट सेक्टर के शामिल होने से तो ये डिमांड आगे और तेजी से बढ़ने लगती है.

पावर इंजीनियरिंग प्रोफेसनल को हायर करने वाली टाप कम्पनी कौन सी हैं?

पावर इंजीनियरिंग प्रोफेसनल को हायर करने वाली टाप कम्पनीज़ है-

  • यूपीपीसीएल
  • बीएचईएल
  • रिलायंस पावर
  • नेशनल थर्मल पावर कार्पोरेशन

एमपीपीजीसीएल और एनपीसीआईएल आपको रिक्रूट कर सकती है.

तो आज इस आर्टिकल में हमने आपको पावर इंजीनियर बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है अगर आपको इससे रिलेटेड कोई और जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं.

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