IRS Officer को मिलने वाले फायदे जो IAS, IPS को भी नहीं मिलते है

आज के टाइम में ज्यादातर स्टूडेंट्स यूपीएससी का एग्जाम पास करने के बाद आईएएस, आईपीएस ऑफिसर बनना चाहते हैं यूपीएससी के अंतर्गत टोटल 24 पदों पर भर्ती की जाती है लेकिन फिर भी ज्यादातर कैंडिडेट आईएएस या आईपीएस बनना पसंद करते हैं क्योंकि इन पदों पर पावर थोड़ी ज्यादा होती है लेकिन इन्हीं में से एक पद आईआरएस ऑफिसर होता है इस पद पर काम करने वाले व्यक्ति की भी पावर कम नहीं होती है आईआरएस ऑफिसर को मिलने वाली सैलरी, सुख सुविधाएँ भी आईएएस आईपीएस ऑफिसर के लगभग बराबर ही होती है तो अगर आप भी जानना चाहते हैं कि आईआरएस ऑफिसर को मिलने वाले सुख सुविधाएं और पावर क्या होती है तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़िए क्योंकि आज हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे. 

आईआरएस ऑफिसर के पास क्या पॉवर होती है और इनका काम क्या होता है?

आईआरएस ऑफिसर का पूरा नाम Indian Revenue Service होता है जो कि भारत सरकार के रिवेन्यू डिपार्टमेन्ट यानी की राजस्व विभाग के अंतर्गत आता है मतलब कि जो आप न्यूज़ में सुनते हैं कि किसी नेता के यहाँ रेड पड़ गई लाखों करोड़ों रुपये बरामद किए गए तो वो रेड मारने का काम आईआरएस ऑफिसर ही करते है वे इनके डिपार्टमेंट के ही आदमी होते हैं जो मशीनों से पैसे गिनते हुए आपको दिखाई देते हैं रेड मारने के अलावा भी इनके पास बहुत से काम होते हैं क्षेत्र में टैक्स लगाना, उसके लिए पॉलिसी बनाना, और फिर टैक्स कलेक्ट करने का काम भी आईआरएस ऑफिसर के अंतर्गत ही आता है.

इसके साथ ही कालेधन पर रोक लगाना, टैक्स चोरी कर रहे हैं या गलत तरीके से घर में पैसा इकट्ठा कर रहे लोगों की जांच करना, उन पर निगरानी रखना, फिर समय आने पर छापेमारी करना, रेड मारना, इस तरह के जो काम होते हैं पैसों से संबंधित जो ये काम होते हैं इन्हें आईआरएस ऑफिसर ही हैंडल करते हैं आईआरएस ऑफिसर का ज्यादातर ऑफिस वर्क होता है आईएएस आईपीएस की तरह दिन भर भागदौड़ नहीं करनी पड़ती बल्कि इनका आराम से 9 से 5 का ऑफिस जो होता है बस जब कहीं रेड मारनी होती है जब वर्कलोड ज्यादा होता है तो उस समय इन्हें कुछ ज्यादा काम करना पड़ सकता है लेकिन बाकी इनका आराम वाला काम होता है.

ऑफिसर के ऊपर किसी तरह का पॉलिटिकल पार्टी का दबाव भी नहीं होता जैसे आईएएस, आईपीएस के साथ नेताओं की नोकझोंक होती रहती है जब चाहे नेता लोग आईएएस आईपीएस का ट्रांसफर करा देते हैं लेकिन आईआरएस ऑफिसर के साथ ऐसा बिल्कुल नहीं होता बल्कि नेता लोग आईआरएस ऑफिसर के साथ बड़ी इज्जत के साथ पेश आते हैं कि कहीं ये उनकी पैसों की कुण्डली ना खोल दे इसलिए आईआरएस ऑफिसर को नेता लोग भी इज्जत देते हैं और आईआरएस ऑफिसर के सभी काम केंद्र सरकार की अंडर आते हैं राज्य सरकार तो आईआरएस ऑफिसर के काम बिल्कुल भी दखल नहीं दे सकती यहाँ तक कि वह भी सरकार ट्रांसफर नहीं करा सकती और आईआरएस ऑफिसर की ज्यादातर पोस्टिंग मेट्रो सिटीज दिल्ली, कोलकाता, बैंगलोर जैसी जगहों पर ही रहती है इसका एक फायदा तो ये भी होता है कि आईआरएस ऑफिसर और उसके परिवार वाले शहरी सभी फैसिलिटीज़ का फायदा उठा सकते हैं.

इसके कंपेर में आईएएस और आईपीएस सर्विसेज़ में ऐसा नहीं होता आईएएस आईपीएस की ड्यूटी छोटे शहरों या रूरल एरिया में भी लगाई जा सकती है इसके साथ ही आईआरएस ऑफिसर को सीबीआई, ED, Raw जैसे विभागों में काम करने का मौका भी मिलता है जहाँ पर उन्हें हर बार कुछ नया सीखने को मिलता रहता है और इसके साथ ही आईआरएस ऑफिसर को रहने के लिए आवास मिलता है यात्रा खर्च, मोबाइल का खर्चा, महंगाई भत्ता, मेडिकल फैसिलिटीज़ आदि इस तरह की सुविधाएं भी आईआरएस ऑफिसर्स को मिलती है और हर आईआरएस ऑफिसर की सबसे पहली पोस्टिंग असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स के रूप में होती है तो इस पद पर आईएएस आईपीएस ऑफिसर की तरह पर्सनल गाड़ी, ड्राइवर आदि की सुविधाएं नहीं मिलती लेकिन ऑफिस की पर्सनल एक सरकारी गाड़ी होती है इसमें ऑफिस वर्क के लिए आईआरएस ऑफिसर उसका यूज़ कर सकते हैं.

आईआरएस ऑफिसर को प्रतिमाह कितना वेतन मिलता है?

असिस्टेंट कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स को प्रतिमाह 45,000 से ₹60,000 के बीच में वेतन मिलता है जो कि समय के साथ साथ और प्रमोशन होने पर बढ़ता चला जाता है और इस विभाग में सबसे बड़ा पद होता है प्रिंसिपल चीफ कमिश्नर ऑफ इनकम टैक्स का जिन्हें प्रतिमाह 80,000 से ₹1,00,000 के लगभग वेतन मिलता है.

तो आज इस आर्टिकल में हमने आपको आईआरएस ऑफिसर को मिलने वाली सुख सुविधाओं से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है अगर आपको इससे रिलेटेड कोई और जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं.

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