आर्मी और बीएसएफ दोनों देखने में एक जैसे लगता है लेकिन इन दोनों की काफी अंतर होता है आप मे से बहुत सारे स्टूडेंट्स जानना चाहते होंगे कि आर्मी और बीएसएफ में क्या अंतर होता है इन दोनों की सैलरी में कितना अंतर होता है और इनकी भर्ती प्रक्रिया के अंतर होता है इसीलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको इसके बारे में पूरी जानकारी देंगे अगर आप भी इसके बारे में पूरी इन्फॉर्मेशन चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़िए.
बीएसएफ और आर्मी में क्या अंतर होता है?
बीएसएफ का पूरा नाम बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स होता है साल 1995 में भारत पाकिस्तान युद्ध के बाद इसे बनाया गया था दरअसल पूरे साल सीमा सुरक्षा करने के कारण आर्मी के जवानों को ट्रेनिंग और तैयारी के लिए समय ही नहीं मिल पाता था इस समस्या को देखते हुए सरकार ने बीएसएफ का गठन किया यहाँ पर आर्मी और बीएसएफ दोनों का काम देश की सुरक्षा करना होता है बस शांति काल के दौरान जब देश में शांति का माहौल होता है उस समय देश की सीमाओं की सुरक्षा बीएसएफ करती है जो भी छोटी मोटी समस्या सीमा पर आती हैं उनका सामना उस समय की बीएसएफ के जवानों को करना होता है.
जबकि आर्मी युद्ध के दौरान जब भी किसी दूसरे देश के साथ शुरू हो रहा होता है तो उस समय देश की सीमाओं की सुरक्षा खुद आर्मी के जवान करते हैं और इस दौरान बीएसएफ के जवान लड़ाई में आर्मी का साथ देते है या देश के अंदर सुरक्षा और शांति बनाए रखने का काम भी इन्हें दे दिया जाता है इसके साथ ही बाकी समय में चुनाव के दौरान भी बहुत ज्यादा संख्या में बीएसएफ के जवानों की ड्यूटी लगाई जाती है जबकि आर्मी के जवानों को पूरे साल इसके लिए तैयारियां और निरंतर अभ्यास करते रहना होता है बीएसएफ और आर्मी इन दोनों की रैंक में भी बहुत ज्यादा अंतर होता है.
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बीएसफ में जहाँ कांस्टेबल, हेड कॉन्स्टेबल, एएसआइ, एसआई, इन्स्पेक्टर, एसी, डीसी, कमांडेंट, डीआईजी आईजी आदि पद होते हैं जिनमें सबसे बड़ा पद DG (डायरेक्टर जनरल) का होता है वहीं आर्मी में सिपाही, नायक, हवलदार, नायक सूबेदार, सूबेदार, लेफ्टिनेंट, कैप्टन मेजर, कर्नल, ब्रिगेडियर, जनरल आदि पद होते हैं जिसमें सबसे बड़ा पद फील्ड मार्शल का होता है आर्मी के सबसे छोटे पद सिपाही और बीएसएफ के कॉन्स्टेबल पद के लिए तो भर्ती 10th और 12th बेस पर ही होती है लेकिन आर्मी और बीएसएफ के एक बड़े जो पद होते हैं उनमें यूपीएससी के द्वारा कैंडिडेट का सेलेक्शन किया जाता है बीएसएफ गृह मंत्रालय के अधीन कार्य करती है जिसका हेड यानी की डायरेक्टर जनरल एक आईपीएस ऑफिसर होता है वहीं आर्मी रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करती है जिसका सुप्रीम कमांडेंट खुद देश का राष्ट्रपति होता है.
आर्मी और बीएसएफ के वेतन के क्या अंतर होता है?
आर्मी वालों को बीएसएफ वालों से थोड़ी ज्यादा सुख सुविधाएं दी जाती है बीएसएफ में सबसे छोटा पहला पद कॉस्टेबल का होता है जिन्हें 30,000 से ₹45,000 के लगभग प्रतिमाह वेतन मिल जाता है जबकि आर्मी में सबसे छोटा पद सिपाही का होता है जिन्हें 35,000 से ₹50,000 के लगभग वेतन मिल जाता है.
वैसे देखा जाए तो बीएसएफ के जवानों का काम भी बहुत ही कठिनाइयों भरा होता है इनका मुकाबला हर रोज़ आतंकवादियों के अलावा जहरीले कीड़े मकोड़े, जानलेवा मच्छरों से भी होता है ये मच्छर इतने खतरनाक होते हैं कि जवानों को जाली का मास्क पहन कर गश्त देनी होती है इसके साथ ही कई महीनों तक बारिश होते रहने पर भी जवानों को सीमा पर गश्त देनी होती है जवानों को अपनी चौकियों तक पहुंचने के लिए कई कई किलोमीटर तक पैदल चलना होता है.
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तो आज इस आर्टिकल में हमने आपको आर्मी और बीएसएफ के बीच में अंतर के बारे में पूरी जानकारी दी है अगर आपको इससे रिलेटेड कोई और जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं.
Bsf humko bhi bana hai Bhai