DGP कैसे बने? | DGP किसे कहते हैं और इन्हें क्या काम करना होता है?

पुलिस में कई सारे अलग-अलग पद होते हैं उन्हीं में से एक पद होता है डीजीपी का, डीजीपी का पूरा नाम डायरेक्टर जनरल ऑफ पुलिस होता है आप में से बहुत सारे स्टूडेंट्स डीजीपी के पद पर जॉब पाना चाहते होंगे इसलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको डीजीपी बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी देंगे जैसे कि डीजीपी कैसे बनते हैं क्या काम करने पड़ते हैं इन्हें प्रतिमाह वेतन कितना मिलता है भर्ती प्रक्रिया क्या होती है और इसके लिए वैकेंसी कैसे पता करें आदि तो अगर आप भी इसके बारे में पूरी इन्फॉर्मेशन लेना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को पूरा पढ़िए.

DGP किसे कहते हैं और इन्हें क्या काम करना होता है?

DGP का पूरा नाम डायरेक्टर जनरल और पुलिस होता है जिसे हिंदी में पुलिस महानिदेशक कहते हैं यह एक राज्य में पुलिस विभाग का सबसे बड़ा अधिकारी होता है जो कि आईपीएस रैंक का अधिकारी होता है पूरे राज्य का पुलिस प्रशासन इन्हीं के अंडर में कार्य करता है.

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राज्य में कानून व्यवस्था बनाए रखना, उसके लिए जरूरी कदम उठाना,  अपने नीचे कार्य करने वाले पुलिस ऑफिसर्स के कार्यो की जानकारी लेना, उन्हें निर्देश देना आदि इस तरह के सभी कार्य ये डीजीपी के अंतर्गत आते हैं पहचान के तौर पर इनके कंधे पर एक अशोक स्तंभ जिसके नीचे तलवार कृपाण से क्रॉस बना होता है और नीचे आईपीएस लिखा होता है.

डीजीपी को कितनी सैलरी दी जाती है?

डीजीपी के पद पर काम करने वाले व्यक्ति को प्रतिमाह 90,000 से 1,50,000 रूपये के लगभग वेतन मिलता है इसके साथ ही रहने के लिए घर, गाड़ी, नौकर आदि बहुत ही सुख सुविधाएं डीजीपी को दी जाती है

डीजीपी कैसे बनते हैं?

डीजीपी का पद एक प्रमोशन पद होता है इसके लिए डायरेक्ट भर्ती नहीं निकलती है बल्कि की प्रमोशन के द्वारा डीजीपी बनते हैं तो इसके लिए सबसे पहले UPSC का एग्जाम देना होता है जिसे क्लियर करने के बाद कैंडिडेट का सेलेक्शन DSP के पद पर होता है जिसकी कुछ सालों के बाद इनका प्रमोशन DSP से ASP के पद पर होता है फिर SP, SSP, DIG, IG, ADGP और फिर आखिर में प्रमोशन होने पर DGP बनते हैं तो इतने लंबे प्रोसेस के बाद कोई कैंडिडेट डीएसपी के पद से डीजीपी बनता है.

डीजीपी बनने के लिए इलिजिबिलिटी क्राइटेरिया क्या है?

डीजीपी बनने के लिए कैंडिडेट को सबसे पहले यूपीएससी का एग्जाम पास करना पड़ता है यूपीएससी का एग्जाम देने के लिए जनरल कैटेगरी के कैंडिडेट्स की आयु सीमा 21 से 32 साल के बीच में होनी चाहिए जिसमें ओबीसी वालो को 3 साल की और एससी एसटी वालों को 5 साल की छूट भी मिलती है इसके साथ ही कैंडिडेट का किसी भी विषय में ग्रेजुएशन पास होना जरूरी होता है फिर चाहे उसमें बीए, बीएससी, बीटेक, बीकॉम, बीबीए आदि में से कोई भी कोर्स किया है और किसी भी विषय में किया है बस जनरल कैटेगरी वाले कैंडिडेट इस एग्जाम को अपनी आयु सीमा यानी की 21 से 32 साल तक सिर्फ 6 बार दे सकते हैं ओबीसी वाले 21 से 35 साल तक केवल 9 बार दे सकते हैं जबकि एससी एसटी वालों के लिए कोई लिमिट नहीं होती वे 21 से 37 साल के बीच में जितनी बार चाहें यह एग्जाम दे सकते हैं.

डीजीपी बनने के लिए भर्ती प्रक्रिया क्या रखी गई है?

डीजीपी बनने के लिए यूपीएससी का एग्जाम पास करना पड़ता है जिसमें सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा होती है फिर मुख्य परीक्षा और फिर इंटरव्यू लिया जाता है

प्रारंभिक परीक्षा

इसमें दो पेपर कराए जाते है पहला पेपर जनरल स्टडीज़ का होता है जिसमें 200 नंबर के 100 प्रश्न आते हैं सभी ऑब्जेक्टिव टाइप होते हैं और यह 2 घंटे का पेपर होता है दूसरा होता है सिविल सर्विस ऐप्टिट्यूड टेस्ट का, जो की क्वालीफाइंग पेपर होता है जिसके नंबर मेरिट लिस्ट में नहीं जोड़े जाते है इसमें 200 नंबर के 80 प्रश्न पूछे जाते हैं इसमें भी सभी बहुविकल्पीय प्रश्न होते हैं और यह 2 घंटे का पेपर होता है.

जनरल स्टडीज़

इसमें विज्ञान पर्यावरण और पारिस्थितिकी, समायिकी, अर्थशास्त्र, सरकारी नीतियां और पहलू, संस्थान, अंतर्राष्ट्रीय संबंध, राजनीति, भूगोल, आधुनिक इतिहास, मध्यकालीन इतिहास कला और संस्कृति आजादी के बाद का इतिहास आदि से रिलेटेड प्रश्न आते हैं.

सिविल सर्विस ऐप्टिट्यूड टेस्ट

इसमें गणित (अंकगणित बीजगणित रेखागणित और सांख्यिकी), अंग्रेजी, हिंदी, सामान्य बौद्धिक योग्यता, लॉजिकल एंड एनालिटिकल एबिलिटी, डिसीज़न मेकिंग ऐंड प्रॉब्लम सॉल्विंग, कॉंप्रेहेन्सिव आदि से रिलेटेड प्रश्न आते हैं.

मुख्य परीक्षा

प्रारंभिक परीक्षा के बाद मुख्य परीक्षा होती है जिसमें 9 पेपर होते है और प्रत्येक पेपर 3 घंटे का होता है इसमें लैंग्वेज के दो पेपर होते है essay, जनरल स्टडीज़ 1, जनरल स्टडीज़ 2, जनरल स्टडीज़ 3, जनरल स्टडीज़ 4, और दो ऑप्शनल पेपर 1 और पेपर 2 होते हैं.

लैंग्वेज

लैंग्वेज के दो पेपर में अंग्रेजी का पेपर देना जरूरी है और दूसरा कोई भी लैंग्वेज आप सेलेक्ट कर सकते हैं और इसके दोनों पेपर 300-300 नंबर के पेपर होते हैं और इनकी समय अवधि भी 3-3 घंटे होती है.

Essay राइटिंग

ये पेपर 300 नंबर का होता है जिसमे 3 घंटे का समय दिया जाता है जिसमें साहित्य और संस्कृति, सामाजिक क्षेत्र, राजनीतिक क्षेत्र, विज्ञान पर्यावरण और प्रौद्योगिकी, आर्थिक क्षेत्र, कृषि उद्योग एवं व्यापार, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाक्रम, प्राकृतिक आपदाएं, राष्ट्रीय विकास योजनाएं और परियोजनाएं आदि से संबंधित किसी भी टॉपिक पर Essay लिखना पड़ता है.

जनरल स्टडीज़ 1, जनरल स्टडीज़ 2 और जनरल स्टडीज़ 3

ये पेपर भी 250-250 नंबर के होते हैं और इसमें भी 3-3 घंटे का समय दिया जाता है इसमें भारतीय इतिहास (प्राचीन मध्यकालीन और आधुनिक), भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन और भारतीय संस्कृति, विश्व भूगोल, भारतीय भूगोल और प्राकृतिक संसाधन, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर घटित वर्तमान घटनाएँ, भारतीय कृषि, व्यापार और वाणिज्य, भारतीय राजनीति, भारतीय अर्थव्यवस्था, सामान्य विज्ञान, जीवन शैली, सामाजिक रीती रिवाज आदि से संबंधित प्रश्न आते हैं.

जनरल स्टडीज़ 4

इसमें एथिक से संबंधित प्रश्न आते हैं और यह भी 250 नंबर का होता है.

दो ऑप्शनल: पेपर 1 और पेपर 2

ये भी 250-250 नंबर के होते हैं और इसमें भी 3-3 घंटे का समय दिया जाता है इसमें टोटल 29 सब्जेक्ट होते हैं जिसमें कैंडिडेट को कोई एक सब्जेक्ट चूज करना होता है और उसी में से प्रश्न पूछे जाते हैं.

इंटरव्यू

फिर मुख्य परीक्षा के बाद इंटरव्यू लिया जाता है जो कि 275 नंबर का होता है जिसमे आपके बारे में आपकी पढ़ाई के बारे में आदि किसी भी विषय में प्रश्न पूछा जा सकता है.

डीजीपी बनने के लिए कैसे अप्लाई करें?

डीजीपी बनने के लिए आपको गूगल पर https://upsconline.nic.in/ सर्च करना है यहाँ पर आपको सभी लेटेस्ट वैकेंसीज मिल जाएगी जिसपर क्लिक करके आप उसके बारे में डिटेल में पढ़ सकते हैं और आवेदन भी कर सकते हैं.

तो आज इस आर्टिकल में हमने आपको डीजीपी बनने से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है उम्मीद कर रहे हैं की ये जानकारी आपको अच्छे से समझ में आ गयी होगी इसके अलावा अगर आपका इस से रिलेटेड कोई सवाल है तो आप हमें कमेंट कर सकते हैं.

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