SDM और DSP में क्या अंतर है? | SDM and DSP Which is better

आप में से बहुत से कैंडिडेट के मन में सवाल होता है कि एसडीएम और डीएसपी में किसके पास अधिक पावर होती है और इनमें क्या क्या अंतर होता है तो अगर आप इसके बारे में पूरी जानकारी चाहते हैं तो हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें क्योंकि आज इस आर्टिकल में हम आपको एसडीएम और डीएसपी में क्या अंतर है इससे रिलेटेड पूरी जानकारी देने वाले हैं।

एसडीएम और डीएसपी में क्या अंतर है?

एसडीएम का पूरा नाम सब डिविजनल मजिस्ट्रेट होता है जिसे हिंदी में उप प्रभागीय न्यायाधीश कहते हैं जबकि डीएसपी का पूरा नाम डिप्टी सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस होता है जिसे हिंदी में पुलिस उपाधीक्षक कहते हैं दरअसल जिले को उपजिले में बांटा जाता है और एक उप जिले में कई तहसील आती है तो एसडीएम एक उप जिले का सबसे बड़ा अधिकारी होता है जबकि डीएसपी की फील्ड या ऑफिस दोनों जगह पर ड्यूटी लग सकती है और इनके अंतर्गत एक तहसील में आने वाली 3 से 4 पुलिस थाने आते हैं जो कि डीएसपी के अंतर्गत कार्य करते हैं एसडीएम का प्रमोशन ADM के रूप में होता है जिसके कुछ सालों के बाद DM फिर एडिशनल सेक्रेटरी और जॉइंट सेक्रेटरी के रूप में प्रमोशन होता है।

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जबकि डीएसपी का प्रमोशन ASP के रूप में होता है जिसके बाद SP फिर SSP और फिर DIG के रूप में इनका प्रमोशन होता है कोई भी कैंडिडेट एसडीएम दो तरह से बन सकता है एक यूपीएससी का एग्जाम देकर दूसरा स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन के द्वारा, जबकि डीएसपी बनने के लिए कैंडिडेट को स्टेट पब्लिक सर्विस कमिशन का एग्ज़ाम देना होता है एसडीएम और डीएसपी दोनों के लिए कैंडिडेट का किसी भी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन पास होना जरूरी होता है।

डीएसपी और एसडीएम में किसके पास ज्यादा पावर होती है?

डीएसपी जब फील्ड में कार्यरत हैं तो उनके अंडर में 3 से 4 पुलिस थाने आते हैं जहाँ का कार्यभार वे सँभालते हैं उस क्षेत्र में कानून व्यवस्था बनाए रखना, और समय समय पर क्षेत्र का निरीक्षण करना आदि इस तरह के कार्य डीएसपी के अंतर्गत आते हैं जबकि एसडीएम एक उप जिले का मुख्य अधिकारी होता है जो की अपने कार्यक्षेत्र में किसी भी विभाग में किसी भी तरह की चेकिंग कर सकता है किसी भी विभाग की मीटिंग ले सकता है और कुछ गड़बड़ी पाए जाने पर कानूनी कार्रवाई करने तक के आदेश भी दे सकता है तो इस तरह एसडीएम के पास डीएसपी से ज्यादा कार्यभार होता है वह अपने क्षेत्र में आने वाले पुलिस थानों की कार्यों की जांच भी कर सकता है और डीएसपी को आदेश तक दे सकता है तो इस तरह जब एसडीएम और डीएसपी एक ही क्षेत्र में कार्यरत हैं तो ऐसी स्थिति में एसडीएम के पास डीएसपी से ज्यादा पावर होती है।

एसडीएम और डीएसपी की कितनी सैलरी मिलती है?

एसडीएम को प्रतिमाह 70,000 से 1 लाख 30 हजार रूपये के लगभग वेतन मिलता है जबकि डीएसपी को प्रतिमाह 60,000 से ₹90,000 के लगभग वेतन मिलता है।

तो आज इस आर्टिकल में हमने आपको डीएसपी और एसडीएम के बीच अंतर से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है अगर आपको इससे संबंधित किसी भी तरह की कोई जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट में पूछ सकते हैं।

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