DM ka Kaam Kya Hota Hai: डीएम का पूरा नाम डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट होता है और इन्हें जिला अधिकारी भी कहा जाता है जो कि जिले का एक मुख्य और जिम्मेदार अधिकारी होता है जिले में कानून व्यवस्था और विकास की जिम्मेदारी भी डीएम की होती है तो आप में से बहुत सारे कैंडिडेट्स ऐसे होंगे जिन्हें डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट के कामों के बारे में नहीं पता होगा इसीलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको डीएम का क्या काम होता है इससे सम्बंधित पूरी जानकारी देंगे अगर आपको इसे रिलेटेड पूरी जानकारी चाहिए तो हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।
डीएम को कौन कौन से काम करने होते है?
डीएम (डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट) एक जिले का प्रभारी अधिकारी होता है जो कि अपने ऑफिस के साथ साथ फील्ड में भी कार्यकर्ता है जिले का पूरा पुलिस प्रशासन इनके अंडर में ही कार्य करता है डीएम जिले में जिस भी चीज़ की चाहे उसकी इन्क्वायरी करवा सकता है उसके लिए उच्च अधिकारियों से बात करके लॉ एंड ऑर्डर भी ला सकता है वह जिले में किसी भी विभाग चाहे वह जल विभाग हो, बिजली विभाग, स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग आदि किसी भी विभाग के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है।
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डीएम मौके पर जाकर उसका मुआयना भी कर सकता है और कहीं पर कोई किसी तरह की गड़बड़ी पाए जाने पर अधिकारियों के खिलाफ़ कार्रवाई करने तक के आदेश दे सकता है जिले में चल रहे सभी तरह के छोटे बड़े कार्यो की जानकारी लेना, उनका निरीक्षण करना, किसी भी सरकारी, ऑफिस, स्कूल, अस्पताल, तहसील आदि कहीं भी जाकर वहाँ के कार्यों का मुआयना कर सकता है उनके पुराने रिकॉर्ड चेक कर सकता है कहीं पर कोई गलती पाई जाती है तो उनके खिलाफ़ कार्रवाई तक कर सकता है फील्ड में जाकर सरकार द्वारा चलाई जाने वाली योजनाओं का निरीक्षण करना, उनके रिकॉर्ड चेक करना, कहीं पर कोई सरकारी निर्माण कार्य चल रहा है तो उसके ठेकेदार से मिलना, वहाँ पर लाए जाने वाले सामानों की जांच करना, इसके साथ ही लोगों की समस्याएं सुनना, उनका समाधान करना, उसके लिए उचित कदम उठाना और दोषियों के खिलाफ़ कार्रवाई करने के आदेश देना, जिले में किसी तरह की कोई प्राकृतिक आपदा आ जाने पर, कहीं पर कोई लड़ाई झगड़ा दंगा हो जाने पर मौके पर पहुँचकर उसका निरीक्षण करना और पीड़ितों को सहायता प्रदान करवाना उन्हें मुआवजा दिलवाने से संबंधित कार्य भी डीएम के अंतर्गत आते हैं।
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इसके साथ ही जिले में किसी बड़े नेता के आने पर या रैली वगैरह होने पर उनकी सुरक्षा के इंतजामों का मुआयना करने और इसके अलावा भी बहुत से कार्य होते हैं जो एक डीएम को करने होते है और बहुत सी पावर डीएम के पास होती है और यहाँ तक की एक डीएम अपने हस्ताक्षर से लोगों की बड़ी से बड़ी समस्या को मिनटों में हल कर सकता है तो ये सभी कार्य एक डीएम को करने होते हैं।
डीएम बनने के लिए क्या करना पड़ता है?
डीएम बनने से पहले ही कैंडिडेट को यूपीएससी का एग्जाम देना होता है इसके लिए ग्रेजुएशन पास होना जरूरी है और आयु सीमा 21 से 32 साल के बीच में होनी चाहिए जिसमें ओबीसी वालो को 3 साल की और एससी/एचटी वालों को 5 साल की छूट भी दी जाती है।
डीएम को कितनी सैलरी मिलती है?
डीएम को प्रतिमाह 80,000 से 1 लाख 20 हजार रूपये के लगभग वेतन मिलता है जो कि इस साल दर साल बढ़ता रहता है और अलग अलग राज्यों में यह कम या ज्यादा भी हो सकता है इसके साथ ही गाड़ी, ड्राइवर, रहने को सरकारी आवास, माली, कुक जैसी बहुत सी सुख सुविधाएं भी डीएम को मिलती है।
तो आज हमने आपको डीएम के कामों से रिलेटेड पूरी जानकारी दी है उम्मीद करते हैं कि DM ka Kaam Kya Hota Hai जानकारी आपको अच्छे समझ में आ गई होगी इसके अलावा अगर आपको डीएम बनने से सम्बंधित किसी भी तरह की कोई जानकारी चाहिए तो आप हमें कमेंट में बता सकते हैं साथ ही और भी ऐसे ही अपडेट्स पाने के लिए हमें फॉलो करें।
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